देहरादून | केंद्र के सहयोग से संचालित कोविड वैक्सीनेशन अभियान के एक वर्ष पूरा होने पर भाजपा ने पत्रकार वार्ता कर अभियान की सफलता में सहभागी समस्त संस्थाओं और जनता को बधाई दी | इस अवसर पर पार्टी प्रदेश प्रवक्ता सुरेश जोशी ने कहा कि यह अभियान विश्व का सबसे बड़ा और सबसे तेज़ टीकाकरण अभियान है, जिसके तहत अब तक 157 करोड़ से अधिक वैक्सीन डोज़ लगाए जा चुके हैं | उत्तराखंड की बात करते हुए उन्होने जानकारी दी कि अब वैक्सीन के दायरे में आने वाले शत प्रतिशत लोगों को पहली और 90 फीसदी को दूसरी डोज़ दी जा चुकी है | कॉंग्रेस को भी आड़े हाथ लेते हुए उन्होने कहा कि कल तक वैक्सीन को लेकर भ्रम फैलाने वाले और भारतीय वैज्ञानिकों का अपमान करने वाले विपक्षी नेता अब इस अभियान की सफलता से घबराकर अब बात करने से भी डरते हैं |
कोविड वैक्सीनेशन अभियान की सफलता पर देश भर में आयोजित पत्रकार वार्ता के क्रम में आज चुनावी दृष्टि से संचालित मीडिया सेंटर में आधिकारिक पत्रकार वार्ता में सुरेश जोशी ने आंकड़ों के साथ बताया कि देश में अब तक लगभग 68 करोड़ लोग पूरी तरह वैक्सीनेटेड और लगभग 91 करोड़ को पहली डोज़ लगाई जा चुकी है | विगत वर्ष 16 जनवरी से शुरू इस महा अभियान में प्रत्येक दिन औसतन 43 लाख टीके लगाए जा रहे हैं | वहीं अब फ्रंटलाइन वर्कर्स, स्वास्थ्यकर्मियों और 60 से ऊपर के बुज़ुर्गों को बूस्टर डोज़ लगाई जा रही है | 15 से 17 साल के बच्चों के लिए भी शुरू किए वैक्सीनेशन में अब तक लगभग 3.31 करोड़ डोज़ लगाई जा चुकी हैं |
उन्होने कुछ महत्वपूर्ण तथ्य भी सामने रखे जिसे जानना जरूरी है |
· 17 सितंबर को मोदी जी के जन्मदिन पर एक दिन में 2.5 करोड़ से अधिक वैक्सीनेशन कर विश्व रिकॉर्ड बना |
· कई मर्तबा 1 करोड़ से अधिक डोज़ प्रतिदिन दी गयी |
· 9 महीने में दो-दो मेड इन इंडिया वैक्सीन निर्मित हुई |
(उत्तराखंड) उन्होने राज्य में वैक्सीनेशन को लेकर जानकारी दी कि अब तक लगभग कुल 1,51 करोड़ (1,51,27,124) टीके लगाये जा चुके हैं जिसमे 79,80,785 लोगों को पहली और 67,14,335 लोगों को दूसरी डोज़ लगाई जा चुकी है | वहीं 15 से 18 वर्ष के बच्चों को 3,49,666 डोज़ व 82,338 प्रिकौशन डोज़ राज्य में अब तक लगाई गयी है |
इस अवसर पर वैक्सीनेशन अभियान को लेकर कॉंग्रेस और विपक्ष की नकारात्मक भूमिका का जिक्र करते हुए उन्होने कहा कि जो कॉंग्रेस वैक्सीनेशन की रफ्तार पर सवाल खड़े करती है उन्ही की सरकारों में जापानी इन्सेफेलाइटिस वैक्सीन आने में 83 वर्ष लग गए थे, पोलियो का टीका भारत आने में आने 23 साल व टिटनेस का टीका आने में 54 साल लगे थे | वहीं कोविड वैक्सीन दिसंबर में सबसे पहले ब्रिटेन में और 3 जनवरी को भारत आ गयी थी | विपक्ष और विशेषकर कॉंग्रेस के नेताओं ने वैक्सीन की गुणवत्ता को भ्रम फैलाने की कोशिश की, भाजपा की वैक्सीन तक बताया | वैक्सीनेशन की सफलता को देखते हुए राजनीति के तहत पहले राहुल गांधी व अन्य नेताओं ने वैक्सीनेशन का अधिकार प्रदेश सरकारों को देने को कहा, फिर इसके संचालन में बुरी तरह असफल होने पर अपना पल्ला झाडने लगे | कॉंग्रेस शासित पंजाब की सरकार पर तो केंद्र द्धारा 400 रुपए में निजी अस्पतालों के लिए उपलब्ध कराई गयी वैक्सीन को 1060 रुपए में बेचकर मुनाफा कमाने के आरोप लगे |
उन्होने कहा आज मोदी जी के नेत्रत्व में भारत में सफलतापूर्वक चलाया गया यह अभियान दुनिया के लिए केस स्टडी के रूप में लिया जा रहा है | यही वजह है कि कल तक इस पर उँगलियाँ उठाने वाली विपक्षी पार्टियां इस मुद्दे पर बात करने से बच रही हैं | पत्रकार वार्ता में जोशी जी के साथ अनिल गोयल, संजीव वर्मा, राजेंद्र नेगी, विनोद उनियाल आदि पार्टी पदाधिकारी उपस्थित थे |