हाईकोर्ट के आदेश के बाद शुरू हुई चार धाम यात्रा में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच सैकड़ों भक्तों ने भगवान के दर्शन किए | वहीं पहले ही दिन सरकार द्धारा जारी व्यवस्थता के तहत हजारों श्रद्धालुओं ने यात्रा के लिए पास अप्लाई किए हैं | वहीं दूसरी ओर चारधाम रूट के पर्यटन और परिवहन व्यवसायी भी बेहद खुश हैं।
प्रदेश में चार धाम यात्रा का श्रीगणेश के साथ ही देवभूमि में रौनक आ छा गयी गया । पहले ही दिन बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमनोत्री धाम में 700 से ज्यादा श्रद्धालुओं ने दर्शन किया । वहीं दूसरी और राज्य सरकार द्धारा तय नियमों के तहत यात्रा के लिए 19491 पास जारी किए गए हैं | श्री बदरीनाथ धाम में ब्रह़्म मुर्हुत में भगवान बदरी विशाल का पूजन अभिषेक शुरू हुआ। जिसमें मुख्य रावल ईश्वरी प्रसाद नम्बूदरी ने नियमानुसार भगवान का स्नान, श्रृंगार, अभिषेक किया । वहीं केदारनाथ में गर्भ गृह में भी प्रशासन द्धारा तय व्यवस्थाएं बहाल कर दी गई हैं । चूंकि गर्भ गृह में किसी को प्रवेश की अनुमति नही हैं, इसलिए यात्री सभा मंडप से ही प्रभु के दर्शन कर सकते है। वहीं उत्तरकाशी में भी गंगोत्री धाम में श्रद्धालु के दर्शन करने का सिलसिला शुरू हो गया है । यमुनोत्री में भी श्रद्धालुओं ने मां यमुना की पूजा अर्चना कर दर्शन किए ।
वहीं नैनीताल के निर्देशों के तहत संबन्धित जिलों के प्रवेश पर कोविड जांच की व्यवस्था शुरू हो गयी है | भगवान बदरीनाथ के दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य जांच के लिये जिले के प्रवेश द्वार गौचर, मोहन खाल , मेहलचौरी से ही बैरियर पर कोविड जांच की व्यवस्था की गई है। पांडुकेश्वर में भी कोविड जांच यात्रियों की जांच हो रही है । हेमकुंड जाने वाले यात्रियों की भी कोविड जांच की जा रही है। बदरीनाथ आने वाले यात्रियों कोविड प्रपत्रों की जांच देवदर्शनी में भी हो रही है। उधर,केदारनाथ के दर्शन के लिए जाने वाले महाराष्ट्र, केरल और आंध्रप्रदेश के श्रद्धालुओं के लिए सोनप्रयाग में आरटीपीसीआर कोविड टेस्ट की अलग से व्यवस्था की है।
चारो धामों के चार महीने बाद कपाट खुलने के बाद श्रद्धालुओं का इस तरह की जबर्दस्त प्रतिकृया आना संभावित था | अब असल चुनौती प्रशासन के लिए है कि कोर्ट के आदेशों के मद्देनजर कोविड के खतरों के बीच यात्रा को सुरक्षित और सुचारु रखना |