नई दिल्ली, सीबीआई द्वारा दिल्ली आबकारी नीति घोटाले से संबंधित पूछताछ के लिए दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को बुलाने के बाद भाजपा और आम आदमी पार्टी के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिल रही है। आतिशी और भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया की प्रेस वार्ता के बाद अब खुद केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर केंद्र की भाजपा सरकार पर निशाना साधा है।
दिल्ली के सीएम ने प्रेसवार्ता में कहा- मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सीबीआई के सामने पेश होने से 23 घंटे पहले बुलाई प्रेसवार्ता। बता दें कि सीबीआई की मुख्यमंत्री से पूछताछ को इसलिए भी अधिक महत्व दिया जा रहा है, क्योंकि आम आदमी पार्टी ने इस पूछताछ के पीछे मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार किए जाने की आशंका जताई है। आज देश में सबसे बड़ी जांच एजेंसियां हैं, लेकिन वह आजकल शराब घोटाले की जांच करने में लगी हुई हैं। उनके पास देश में और कोई काम नहीं है।
ईडी पर लगाया झूठे बयान लेने का आरोप
केजरीवाल ने आगे कहा कि मनीष सिसोदिया पर सबसे बड़ा आरोप है कि सिसोदिया ने 14 फोन तोड़ पर साक्ष्य नष्ट कर दिए, जबकि इसमें से चार फोन ईडी और एक फोन सीबीआई के पास हैं और नौ फोन अभी चल रहे हैं, जो सिसोदिया के पास नहीं कर्मचारियों के पास हैं। यह इनकी जांच है, अब इसे आप क्या कहेंगे। कोई चंदन रेड्डी हैं, मैं उन्हे जानता नहीं हैं, उसे ईडी ने इतना मारा है कि उसके कान के पर्दे फट गए। साथ ही अरुण पिल्लई सहित पांच लोगों को टार्चर कर झूठे बयान लिए गए हैं।
जांच में कुछ नहीं निकला: केजरीवाल
फिर कहा गया है कि 100 करोड़ का घपला किया गया, कहा गया कि गोवा चुनाव में पैसा खर्च किए गए, जबकि हमने गोवा चुनाव में सभी पैसे चेक से दिए, जांच में कहीं कुछ नहीं निकला, इन्होंने सभी पर छापा डाल दिया। मैं कहता हूं कि अगर केजरीवाल भ्रष्टाचारी है तो देश में कोई भी ईमानदार नहीं है जो देश का प्रधानमंत्री भ्रष्टाचार में लिप्त है। उसके लिए भ्रष्टाचार मुद्दा नहीं हो सकता है। पहले हमारे नंबर तीन को जेल में डाला गया, फिर मेरे नंबर 2 को जेल में डाला दिया। अब हम तक पहुंच रहे हैं। यह क्यों हो रहा है, क्योंकि आम आदमी पार्टी ने देश को उम्मीद दी है।
केजरीवाल ने गिरफ्तार किए जाने की आशंका की बात पर कहा कि भाजपा वाले कल से कह रहे हैं कि केजरीवाल को गिरफ्तार करेंगे, अगर भाजपा ने सीबीआई को आदेश दे दिया है तो सीबीआई नकार कैसे सकती है।
वहीं, सीएम केजरीवाल ने प्रेस वार्ता के बाद ट्वीट कर बताया कि वह जांच एजेंसियों के खिलाफ अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे। उन्होंने अपने ट्वीट में लिख कर कहा- “हम झूठी गवाही देने और अदालतों में झूठे सबूत पेश करने के लिए सीबीआई और ईडी के अधिकारियों के खिलाफ उचित मामले दर्ज करेंगे।”