देहरादून, ओएनजीसी, मुख्यालय राजभाषा विभाग द्वारा विश्व हिन्दी दिवस के अवसर पर आभासी रूप में साहित्यकार सम्मान समारोह आयोजित किया गया । समारोह में दूनघाटी की वरिष्ठ साहित्य साधिका, कवयित्री, कहानीकार एवं उपन्यासकार श्रीमती डॉली डबराल, उत्तराखंड की संस्कृति, भाषा और साहित्य के संवर्धन के लिए अपनी लेखनी से निरंतर साधनारत, बहुमुखी प्रतिभा की धनी सुश्री बीना बेंजवाल, प्रमुख शिक्षाविद और कलम की धनी डॉ. लालिमा वर्मा जी, काव्य-मंचों से अपनी ओजस्वी वाणी में लोगों में उत्साह का संचार करने वाले राष्ट्रीय स्तर के कवि श्री श्रीकांत शर्मा, युवा ललित गीतकार सुबोध बाजपेयी को प्रशस्ति-पत्र एवं शील्ड से सम्मानित किया गया । समारोह के मुख्य अतिथि मनोज बर्थवाल, कार्यकारी निदेशक-संस्थान प्रमुख, ओएनजीसी अकादमी थे । उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि आज के युग में भी साहित्य की कमी नहीं है, लोग आज भी साहित्य के प्रति जागरूक है । भारतीय पेट्रोलियम संस्थाान के निदेशक, डॉ. अंजन रे ने कहा कि जब हमारी भाषा से अंग्रेजी में अनुवाद होगा तभी हमारी भाषा फलीभूत होगी । कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुये कार्यकारी निदेशक एवं प्रधान निगमित प्रशासन विजय राज ने साहित्यकारों की प्रशंसा करते हुए उनका आभार व्यक्त किया । समारोह के दौरान ओएनजीसी मुख्यालय की गृह ई-गृह पत्रिका ‘सहस्रधारा’ का विमोचन भी किया गया ।
महाप्रबंधक एवं प्रभारी राजभाषा श्री राम राज द्विवेदी ने कार्यक्रम का कुशल संचालन करते हुए विश्व हिन्दी दिवस की महत्ता पर प्रकाश डाला । कार्यक्रम में नराकास कार्या-2 के सदस्यीय कार्यालयों के अधिकारी, कार्यान्वायन समिति के सदस्य और रजनीश त्रिवेदी, मधुलिका श्रीवास्त्व एवं समस्त राजभाषा टीम उपस्थित रही ।