लगता है चुनावी रणनीति के दृष्टिगत भाजपा शासित एक और राज्य के सीएम बदलने का वक्त आ गया है । और अबकी बार नम्बर है हिमाचल प्रदेश के जयराम ठाकुर का । यूं तो पहले से ही उन्हे बदलने की अटकलें लगायी जा रही थी लेकिन हालिया उपचुनावों में पार्टी की हार ने उनकी विदाई पर लगभग मुहर लगा दी है । राजनैतिक सूत्रों के मुताबिक अगले वर्ष तय विधानसभा चुनावों के लिए रणनैतिक योजना से मंत्रिमंडल के कई बड़े चेहरों साथ ही प्रदेश नेतृत्व के बदलाव पर भी फैसला संभव है।
कर्नाटक, गुजरात, उत्तराखंड के बाद भाजपा आलाकमान हिमाचल में सरकार और संघटन स्तर पर बदलाव को अंतिम रूप लेने जा रही है | सोमवार को तय बैठक रद्द होने के बाद शीघ्र ही उच्च स्तरीय बैठक बुलाई जाएगी | इस बैठक पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सौदान सिंह के साथ मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, राज्य प्रभारी अविनाश राय खन्ना, सह प्रभारी संजय टंडन, प्रदेशाध्यक्ष सुरेश कश्यप के अलावा संघ से जुड़े कई बड़े नाम भी मौजूद रहेंगे । पार्टी की एक लोकसभा और तीन विधानसभा उपचुनावों में हार के बाद मुख्यमंत्री समेत कुछ मंत्रियों के बदले जाने की चर्चा जोरों पर है । उन मंत्रियों की भूमिका पर भी विचार किया जाएगा जो अपने क्षेत्रों में लीड दिलाने में नाकाम रहे । वहीं पार्टी संगठन में भी बड़े बदलाव का फैसला हो सकता है। चूंकि अगले साल प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं लिहाजा रणनीतिक तौर पर भी अहम निर्णय इस मीटिंग में लिए जा सकते है।
हाल में विभिन्न प्रदेशों में हुए लोकसभा और विधानसभा उपचुनावों में सबसे अधिक चर्चा मीडिया में हिमाचल की हुई थी | शायद वजह है इसका भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड़ड़ा का गृह क्षेत्र होना | बरहाल देर सबेर परिवर्तन की सूचना आपको भी मिल जाएगी लेकिन जितनी आसानी से यह सब कुछ भाजपा में होता उसकी कल्पना मात्र भी कॉंग्रेस या किसी अन्य दल में होना संभव नहीं है |