*स्वास्थ विभाग का 4.50 करोड़ का मशीन खरीद घोटाला उजागर,
*पहले से सहकारी बैंक घोटाले में घेरे जा चुके है धन सिंह रावत,
*आय से अधिक सम्पति के मामले का भी है आरोप ,
*राज्य के युवाओ के भविय्स के साथ खिलवाड़ ,
*संविदा कर्मियों को स्वास्थ्य विभाग में समायोजित करने की घोषणा केवल हवाई
दसोनी ने प्रेस वार्ता के दौरान स्वास्थ्य विभाग में 4.50 करोड़ का मशीन खरीद घोटाला उजागर किया जिसमे उन्होंने ये आरोप लगाय हे की स्वास्थ विभाग द्व्रारा ऐसी कंपनी से मशीने खरीदी हे जिसका मेडिकल फिल्ड में किसी तरह का कोई अनुभव नहीं हे, चारों ओर चल रहे गोरखधंधे को उजागर कर , दसोनी ने ऋषिकेश एम्स में चल रहे करोड़ों के घोटाले और अवैध नियुक्तियों पर भी बड़ा प्रश्न चिन्ह लगाया।
दसोनी ने कहा कि राज्य के संसाधनों /संस्थानों / नौकरियों पर पहला अधिकार उत्तराखंड के युवाओं का है ऐसे में आखिर किसके इशारे पर और संरक्षण में राजस्थान के 600 लोग एम्स ऋषिकेश में नियुक्त कर दिए जाते हैं वही उन्होंने आरोप लगाया की राज्य में पीआरडी और उपनल जैसी सस्थाओ के होते हुए सरकार अन्य एजेन्सिओ के माध्यम से नियुक्ति क्यो की जा रही है । ऐसे में यह सब देख कर भी स्वास्थ्य मंत्री मोनी बाबा क्यों बने रहे।
दसौनी ने स्वास्थ्य मंत्री पर आरोप लगाया की प्रदेश में नर्सिंग , लैब टेक्नीशियन के फार्मासिस्ट के डेंटिस्ट के पद रिक्त है जिसमे रिक्त पदों को भरने के बजाय सरकार और विभाग प्रदेश के युवाओं को धरना और कूच करने पर मजबूर क्यों किया जा रहा है? दसौनी ने शांतिप्रिय तरीके से धरना/ कूच कर रहे स्वास्थ्य कर्मियों पर पुलिस बर्बरता की भी कड़े शब्दों में निंदा की ।
दसोनी ने स्वास्थ्य मंत्री से सवाल करते हुए कहा कि जब आप इन संविदा कर्मियों को स्वास्थ्य विभाग में समायोजित करने की घोषणा कर चुके हैं तो इस संबंध में लिखित शासनादेश क्यों नहीं जारी करते ??
कई सवालो और आरोपों में घिरती दिख रही है प्रदेश में धामी सरकार ,सरकार बने अभी कुछ ही दिन बीते है और धामी सरकार के मंत्री और संत्रीओ सहित आरोप लगने शुरू हो गए है ,ऐसे में धामी का चम्पावत विजय पर गृहण ना लगा दे ,ऐसे में धामी को जल्द से जल्द कोई कदम उठाना होगा।