मालदेवता के सरखेत में मकान के नीचे दबे एक ही परिवार के पांच सदस्यों में से दो के शव बरामद कर लिए गए हैं। अब भी तीन लोगों की तलाश जारी है।
पोकलैंड से मलबा साफ करते हुए दो शव बरामद
शुक्रवार रात आई आपदा के बाद एनडीआरएफ, एसडीआरएफ व पुलिस टीम लगातार मकान के नीचे दबे पारिवारिक सदस्यों की तलाश में जुटी थी। बुधवार को पोकलैंड से मलबा साफ करते हुए दो शव बरामद हुए।
वहीं इससे पहले एसडीआरएफ को मंगलवार को सौड़ा सरोली क्षेत्र में पुल के नीचे से एक मानव अंग (हाथ कलाई से कटा हुआ) मिला था। शनिवार तड़के बादल फटने के बाद सरखेत गांव में दिनेश चंद्र कैंतुरा का मकान मलबे में दब गया था। इस दौरान घर में सो रहे सात लोग दब गए थे।
इनमें तीन लोग दिनेश के परिचित थे, जो टिहरी गढ़वाल से आए थे। इनमें जैत्वाड़ी निवासी राजेंद्र राणा और उनकी पत्नी अनिता राणा के शव रविवार को बरामद किए गए थे। जबकि पांच अन्य व्यक्तियों की तलाश जारी थी।
इस घटना के बाद क्षेत्र की सड़कें और पैदल मार्ग पूरी तरह से ध्वस्त हो गए हैं। इस कारण दो दिन तक मलबा हटाने के लिए आपदाग्रस्त क्षेत्र तक मशीने नहीं पहुंच पा रही थीं, ऐसे में राहत एवं बचाव दल ने खुद ही गैंती, बेल्चा उठाकर काम शुरू किया, लेकिन सोमवार से घटनास्थल पर मशीनें पहुंच गईं।
एसडीआरएफ ने चलाया ट्रिपल आपरेशन
मालदेवता क्षेत्र में एसडीआरएफ ने मंगलवार को ट्रिपल आपरेशन चलाया। इसके अंतर्गत सांग नदी में सर्च अभियान चलाया गया। वहीं, नदी के दोनों किनारों पर डाग स्क्वाड के माध्यम से सर्च अभियान चलाया गया।
जबिक विशेषज्ञ फ्लड रेस्क्यू टीम ने राफ्ट के माध्मय से मालदेवता से हरिद्वार तक सर्च अभियान चलाया। मौसम विभाग की ओर से जारी यलो अलर्ट को देखते हुए रेस्क्यू टीमों को हाई अलर्ट पर रखा गया है।