उत्तराखंड के माध्यमिक स्कूलों में सरकारी कर्मचारी स्कूलों में बच्चों और भोजन माताओ के हिस्से के सरकारी पैसे डकार रहे है।
सूत्रों के हवाले से मिली खबर के अनुसार देहरादून ने सरकारी स्कूलो में कर्मचारियों दुवारा बच्चो को कोविड के दौरान दी जाने वाली राशि व उनके भोजन की खाद्य सामग्री , अन्य प्रकार की राशियों को खुद ही डकार रहे हे ,स्टाफ के कर्मचारी दुवारा उच्च अधिकारियो को शिकायत की गई ,जिसमे उच्च अधीकारियो दुवारा एक जांच कमेटी बनाकर जांच करवाई और जिसमे संबधित कर्मचारी दोषी पाया गया तथा मामले में दोषी कर्मचारियों को दड़ित करने के बजाय उसे उक्त पद की जिम्मेदारी दे दी गई ,और मामले को ठन्डे बस्ते में डाल दिया गया ,दोषी कर्मचारी दुवारा सरकारी अकॉउंट में मौजूद रकम को भी खुर्द बुर्द कर दिया गया ।
जहा राज्यों में सरकारी स्कूलों में सरकारी बजट बहुत मुश्किल से मिल पाता ,उसी बजट के सरकारी पैसे को सरकारी कर्मचारियों व अधिकारियो दुवारा गरीब छात्रों के हक़ का पैसा मिली भगत से डकार रहे हे,राज्य में पूर्व में भी बच्चो के नाम पर फर्जी छात्रवर्ती घोटाला पुरे प्रदेश में उजागर हुआ था जिसमे सरकार दुवारा केवल उच्च अधिकारीयो को जांच सोप रखी है जो की जांच फाइलों तक ही सीमित रह गई है ।
अब सवाल यह उठता हे की किया इन मामलों को जानकारी उच्च अधिकारी को हे नहीं ?
किया दोषी अधिकारी जायगे जेल, बड़े उच्च आधीकरियो की कार्यशैली पर बड़ा ?