प्रदेश कंाग्रेस महासचिव संगठन एवं वरिष्ठ प्रवक्ता मथुरादत्त जोशी ने बताया कि महामहिम राज्यपाल को सौंपे एक ज्ञापन में कंाग्रेस प्रतिनिधिमण्डल ने राज्य की बिगड़ती हुई कानून व्यवस्था, महिलाओं व नाबालिग बच्चियों के विरूद्ध हो रही हिंसा, बलात्कार व जघन्य हत्याओं की घटनाओं को लेकर चिंता प्रकट करते हुए हस्तक्षेप का आग्रह किया।
कंाग्रेस प्रतिनिधिमण्डल ने कहा कि भ्रष्टाचार और भयमुक्त सरकार के अपने वायदे पर अमल करने में सरकार पूरी तरह नाकाम रही है। राज्य सरकार के मात्र एक माह के अल्प कार्यकाल में राज्य में हत्या, चोरी, डकैती, मासूमों से बलात्कार जैसे जघन्य अपराधों की घटनाओं में भारी वृद्धि हुई है। राज्य में लगातार घट रही इन घटनाओं से गिरती कानून व्यवस्था उजागर होने के साथ-साथ राज्य की अस्मिता पर भी चोट पहुंची है। राज्य की जनता में भय का वातावरण व्याप्त है तथा आमजन विषेशकर महिलाएं अपने को असुरक्षित महसूस कर रही हैं। राज्य में विगत एक माह के अन्तर्गत घटित जघन्य अपराधों से सम्बन्धित विभिन्न घटनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि 27 मार्च, 2022 को जनपद बागेश्वर के कपकोट में 12 साल की नाबालिग बच्ची से दुष्कर्म के प्रयास की घटना। 2 अप्रैल, 2022 को जनपद उधमसिंहनगर के काशीपुर में नाबालिग से दुष्कर्म के प्रयास की घटना। 5 अप्रैल, 2022 को जनपद उधमसिंहनगर के गदरपुर में युवक की गोली मार कर हत्या। 2 अप्रैल, 2022 को जनपद चमोली के थराली में नाबालिग से छेडछाड की घटना। 13 अप्रैल, 2022 को जनपद पिथौरागढ़ के झूलाघाट में हत्या की घटना। 14 अप्रैल, 2022 को देहरादून के जाखन स्थित लाॅज में महिला की हत्या। 14 अप्रैल, 2022 को जनपद उधमसिंहनगर के किच्छा में साढे तीन साल की बच्ची की दुष्कर्म के उपरान्त हत्या। 14 अप्रैल 2022 को रूद्रपुर में एक व्यक्ति की हत्या। 14 अप्रैल, 2022 को कांग्रेस पार्टी के पूर्व विधायक संजीव आर्य पर धार दार हथियार से जानलेवा हमले की घटना।
कांग्रेस प्रतिनिधिमण्डल ने यह भी कहा कि दिनांक 16 अप्रैल, 2022 को हरिद्वार जनपद के भगवानपुर विधानसभा क्षेत्र के अन्तर्गत डांडा जलालपुर में धार्मिक आयोजन के शुभ अवसर पर पथराव की घटना ने राज्य में कानून व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी है। राज्य में सत्ताधारी दल से जुडे संगठनों के कार्यकर्ताओं द्वारा राज्य की कानून व्यवस्था को धता बताते हुए राज्य में भय का माहौल बनाया जा रहा है। प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन की लापरवाही के कारण घटित घटना से लोगों में भय का माहौल व्याप्त है। धार्मिक आयोजन की शोभा यात्रा के अवसर पर स्थानीय प्रशासन द्वारा न तो कोई समय निर्धारित किया गया था और न ही रूट तय किया गया था। साथ ही शोभा यात्रा के दौरान किसी प्रकार की सुरक्षा के भी इंतजामात नहीं किये गये थे। घटना के उपरान्त घायलों को चिकित्सालय ले जाने वाली एम्बुलेंस की सुरक्षा बलों द्वारा चाबी निकाल कर 4 घंटे तक एम्बुलेंस रोक दी गई जिससे घायलों को चिकित्सालय पहुंचाने में कठिनाई हुई। उन्होंने यह भी कहा कि स्थानीय प्रशासन द्वारा घटना की छानबीन में भी एकतरफा कार्रवाई की गई जिसकी निष्पक्ष जांच कराते हुए अपराधियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए। साथ ही भविष्य में यह भी सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि धार्मिक आयोजनों के अवसर पर अनुमति प्रदान करते समय इस बात का आवश्यक रूप से ध्यान रखा जाना चाहिए कि पुलिस प्रशासन मुस्तैदी के साथ अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करे जिससे ऐसी घटनाओं की पुनर्रावृत्ति न हो।
कांग्रेस प्रतिनिधिमण्डल ने महामहिम राज्यपाल से आग्रह करते हुए कहा कि राज्य में संवैधानिक संरक्षक होने के नाते कंाग्रेस पार्टी आपसे आग्रह करती है कि उपरोक्त आपराधिक घटनाओं पर शीघ्र निष्पक्ष कानूनी कार्रवाई किये जाने हेतु राज्य सरकार को निर्देशित करने की कृपा करें।
कांग्रेस प्रतिनिधिमण्डल में प्रदेश प्रभारी देवेन्द्र यादव, प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, उपनेता प्रतिपक्ष भुवन कापडी, विधायक ममता राकेश, फुरकान अहमद, आदेश चैहान, गोपाल राणा, मनोज तिवारी, सुमित हृदयेश, विरेन्द्र कुमार जाति, अनुपमा रावत, रवि बहादुर एवं प्रदेश उपाध्यक्ष जोत सिंह बिष्ट शामिल थे।