पेट्रोल-डीजल के दाम पिछले 9 दिनों में ही 5 रुपये 60 पैसे तक बढ़ गए हैं। पांच महीने पहले ही केंद्र सरकार ने पेट्रोल पर 5 रुपये और डीजल पर 10 रुपये प्रति लीटर की राहत जो उपभोक्ताओं को दी थी, उसका असर अब खत्म हो गया है।
अब 22 मार्च 2022 से पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ रहे हैं। 22 मार्च से 23 मार्च तक रोजाना पेट्रोल-डीजल 80-80 पैसे महंगा हुआ। 24 मार्च को कोई बदलाव नहीं हुआ, लेकिन 25 मार्च से एक बार फिर पेट्रोल-डीजल 26 तक 80-80 पैसे बढ़े। इसके बाद 27 मार्च को पेट्रोल 50 और डीजल 55 पैसे महंगा हुआ। 28 मार्च को पेट्रोल 30 और डीजल 35 पैसे बढ़ा। 29 मार्च को पेट्रोल 80 पैसे प्रति लीटर और डीजल 70 पैसे प्रति लीटर बढ़ गया और आज यानी 30 मार्च को एक बार फिर पेट्रोल-डीजल के दाम 80-80 पैसे बढ़े हैं।
पिछले दिनों मूडीज रेटिंग एजेंसी ने रिपोर्ट जारी कर कहा था कि भारत के टॉप फ्यूल रिटेलर्स आईओसी, बीपीसीएल और एचपीसीएल को नवंबर से मार्च के बीच करीब 19 हजार करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान हुआ है। ऐसे में कंपनियां घाटे की भरपाई के लिए पेट्रोल-डीजल के दाम एक बार में न बढ़ाकर धीरे-धीरे बढ़ाएंगी।
केंद्र सरकार के टैक्स घटाने के बाद कई राज्यों ने भी वैट को कम किया। लगभग एक महीने बाद दिल्ली सरकार ने भी 2 दिसंबर को पेट्रोल पर वैट घटाकर 8.52 रुपये प्रति लीटर कर दिया, जिससे पंप पर पेट्रोल की कीमत 100 रुपये से नीचे आ गई। 2 नवंबर 2021 को दिल्ली में पेट्रोल 110.04 रुपये प्रति लीटर और डीजल 98.42 रुपये पर पहुंचा था। ये कीमतें सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गईं थीं। दो दिसंबर 2021 से 21 मार्च 2022 तक दिल्ली में पेट्रोल 95.41 रुपये प्रति लीटर और डीजल 86.67 रुपये प्रति लीटर था।
पेट्रोल-डीजल के दाम 9 दिन में 8वीं बार बढ़े। बुधवार को पेट्रोल-डीजल पर 80-80 पैसे बढ़े हैं। बता दें 4 नवंबर 2021 को केंद्र सरकार ने पेट्रोल पर 5 रुपये टैक्स घटाकर जो राहत दी थी, उसका असर अब खत्म हो चुका है। अब 9 दिन में पेट्रोल 5.60 रुपये महंगा हो गया है। अक्टूबर 2021 में 13 राज्यों की 29 विधानसभा और 3 लोकसभा सीटों पर उपचुनाव में बीजेपी को उम्मीद के मुताबिक नतीजे नहीं मिले थे। इसके बाद पेट्रोल पर 5 रुपए टैक्स घटा था।