उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के एक प्रतिनिधिमण्डल ने प्रदेश महामंत्री संगठन विजय सारस्वत के नेतृत्व में मुख्य निर्वाचन अधिकारी सौजन्या से मुलाकात कर चम्पावत विधानसभा उपचुनाव में नामांकन के दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर धामी द्वारा भारतीय जनता पार्टी के चुनाव निशान वाला अंगवस्त्र धारण कर नामांकन कराये जाने पर आपत्ति दर्ज करते हुए इसे आदर्श चुनाव आचार संहिता का उलंघन बताकर उनका नामांकन रद्द किये जाने तथा सम्बन्धित अधिकारियों के खिलाफ चुनाव आचार संहिता के नियमों के तहत कडी कार्रवाई की मांग की है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री संगठन विजय सारस्वत ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य में 55-चम्पावत विधानसभा उपचुनाव के लिए नामांकन की प्रक्रिया गतिमान है। मुख्यमंत्री तथा भारतीय जनता पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी पुष्कर धामी द्वारा अपने नामांकन के दौरान भारतीय जनता पार्टी के चुनाव निशान वाला पटका पहनने पर इसे आदर्श चुनाव आचार संहिता का उलंघन बताया है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी को सौंपे शिकायती पत्र में कांग्रेस प्रतिनिधिमण्डल ने आरोप लगाते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी एवं मुख्यमंत्री पुष्कर धामी द्वारा नामांकन स्थल पर भारतीय जनता पार्टी के चुनाव चिन्ह वाले अंगवस्त्र के साथ नांमाकन अधिकारी कक्ष में पहुंचना आदर्श चुनाव आचार संहिता की श्रेणी में आता है। इस बात का संज्ञान न तो मुख्यमंत्री जी के सुरक्षा अधिकारी द्वारा लिया गया और न ही रिटर्निंग आफिसर द्वारा। इससे विधानसभा उपचुनाव की निष्पक्षता एवं पारदर्शिता पर प्रश्न चिन्ह खडा होता है।
विजय सारस्वत ने यह भी आरोप लगाया कि प्रदेश का प्रशासन पूरी तरह से भाजपा सरकार के आगे नतमस्तक हो चुका है। उन्होंने कहा कि पूर्व में कांग्रेस पार्टी की शिकायत पर चम्पावत में नियुक्त मुख्यमंत्री के नोडल अधिकारी की नियुक्ति तो रद्द की गई परन्तु सम्बन्धित अधिकारियों जिन्होंने नोडल अधिकारी की नियुक्ति की थी, के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है। कांग्रेस पार्टी इस मुद्दे पर केन्द्रीय चुनाव आयोग नई दिल्ली से मिलकर अपना पक्ष रखेगी। कांग्रेस प्रतिनिधिमण्डल ने निर्वाचन अधिकारी से मांग की कि पुष्कर धामी का नामांकन निरस्त किया जाय तथा सम्बन्धित अधिकारियों के खिलाफ आदर्श चुनाव आचार संहिता के नियमों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जाय।
कांग्रेस प्रतिनिधिमण्डल में प्रदेश महामंत्री संगठन विजय सारस्वत के अलावा प्रदेश प्रवक्ता गरिमा दसौनी, पूर्व मंत्री अजय सिंह, कपिल भाटिया, एनएसयूआई के राष्ट्रीय संयोजक अजय रावत, प्रो0 जसविन्दर सिंह गोगी आदि शामिल रहे।